राजीव गांधी की 81वीं जयंती, संसद में श्रद्धांजलि दी गई:राहुल ने फोटो शेयर कर लिखा-पापा के सपने पूरा करना मेरा लक्ष्य; प्रियंका-खड़गे वीर भूमि पहुंचे
4 hours ago

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 81वीं जयंती है। इस मौके पर संसद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई सांसद शामिल हुए। इधर, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली के वीर भूमि पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस पूर्व PM के जन्मदिवस को दिवस के रूप में मना रही है। राहुल गांधी ने 'X' पर पापा राजीव गांधी की फोटो शेयर कर लिखा- एक ऐसा भारत जहां हर नागरिक को सम्मान मिले, जहां सद्भावना हो, लोकतंत्र और संविधान से देश मजबूती से खड़ा हो। पापा, आपके देखे इस सपने को पूरा करना ही मेरा जीवन लक्ष्य है। PM मोदी ने कहा- आज उनकी जयंती पर, पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी को मेरी श्रद्धांजलि। प्रियंका ने X पर लिखा- विरासत में आप से करुणा, प्रेम और देशभक्ति का धर्म मिला। हम दोनों हमेशा के लिए ये धर्म निभायेंगे। न कोई तोड़ पाएगा, न कोई रोक पाएगा, न कभी हमारे कदम लड़खड़ायेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने 'X' पर लिखा- राजीव गांधी जी ने साहस के साथ परंपरागत रास्तों से हटकर नई सोच और इनोवेटिव योजनाओं को अपनाया, ताकि भारत 21वीं सदी के लिए तैयार हो सके। वीर भूमि में राजीव गांधी को प्रियंका-खड़गे ने श्रद्धांजलि दी, 3 तस्वीरें... राजीव गांधी को नेताओं ने दी श्रद्धांजलि RJD प्रमुख तेजस्वी यादव- देश को आधुनिकता और उदारीकरण की ओर ले जाने वाले, सूचना, सम्पर्क व कम्प्यूटर क्रांति के प्रणेता, पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती देने वाले तथा देश की नीति के लिए प्राण गंवाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की जयंती पर कोटिश नमन! उनकी दूरदर्शिता और तकनीक प्रेम का लाभ आज पूरे देश को मिल रहा है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला- देश के राजीव, ये थे श्री राजीव गांधी ! सबसे युवा प्रधानमंत्री, आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा, जिनकी दूरदर्शिता के फलस्वरुप ही देश कंप्यूटर-युग में प्रवेश कर सका। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। कांग्रेस नेता कमल नाथ- तकनीकी भारत के शिल्पकार, संचार क्रांति के जनक, भविष्यदृष्टा, पूर्व प्रधानमंत्री, स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर भावपूर्ण नमन। राजीव जी ऐसे युवा प्रधानमंत्री थे जिन्होंने ग्रामीण भारत की प्रतिभाओं को शिक्षा, संचार और नेतृत्व के अवसर दिये। कंप्यूटर और दूरसंचार की क्रांति, पंचायती राज की संवैधानिक व्यवस्था और नवोदय स्कूल इसके उदाहरण हैं। सांसद पप्पू यादव- आधुनिक भारत के स्वप्नदर्शी निर्माता, क्षुद्र राजनीति से बिल्कुल मुक्त महान दूरदर्शी, वैश्विक पटल पर सर्वाधिक अधुनातन दृष्टि संपन्न राष्ट्राध्यक्ष राजीव रत्न गांधी जी की जयंती पर उनकी समाधि वीर भूमि पर पुष्पांजलि अर्पित श्रद्धा निवेदित किया! जिसके दिल में भारत होगा वह सदैव राजीव जी से प्रेरणा ग्रहण करता रहेगा। वह सच में देश के अनमोल रत्न थे! देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को मुंबई में हुआ था। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस तीन-चौथाई सीटें जीतने में कामयाब रही थी। उस समय कांग्रेस ने 533 में से पार्टी ने 414 सीटें जीतीं। राजीव जब प्रधानमंत्री बने, तब उनकी उम्र महज 40 साल थी। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में स्कूलों में कंप्यूटर लगाने की व्यापक योजना बनाई। जवाहर नवोदय स्कूल स्थापित किए। गांव-गांव तक टेलीफोन पहुंचाने के लिए PCO कार्यक्रम शुरू किया। आत्मघाती बम धमाके में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या 21 मई 1991 में एक आत्मघाती बम धमाके में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में श्रीलंका में शांति सेना भेजी थी, जिससे तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) उनसे नाराज चल रहा था। 1991 में जब लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार करने राजीव गांधी चेन्नई के पास श्रीपेरम्बदूर गए तो वहां लिट्टे ने राजीव पर आत्मघाती हमला करवाया। विस्फोट में 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई
राजीव को फूलों का हार पहनाने के बहाने लिट्टे की महिला आतंकी धनु (तेनमोजि राजरत्नम) आगे बढ़ी। उसने राजीव के पैर छुए और झुकते हुए कमर पर बंधे विस्फोटकों में ब्लास्ट कर दिया। धमाका इतना बड़ा था कि कई लोगों के चीथड़े उड़ गए। राजीव और हमलावर धनु समेत 16 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... सुबह इंदिरा की हत्या, शाम को राजीव की पीएम शपथ, सोनिया गांधी ने रोका तो बोले- मैं वैसे भी मारा जाऊंगा 31 अक्टूबर 1984 की सर्द सुबह। राजधानी दिल्ली में अच्छी धूप खिली हुई थी। इंदिरा के लिए यह काफी बिजी शेड्यूल वाला दिन था। उन पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाने पीटर उस्तीनोव आए हुए थे। दोपहर में पूर्व ब्रिटिश PM जेम्स कैलाहन के साथ मीटिंग तय थी। इसके बाद राजकुमारी ऐनी के साथ डिनर का प्रोग्राम था। पूरी खबर पढ़ें...
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