भरतपुर के मोती महल का गेट रविवार देर रात कार सवार 3 लोगों ने गाड़ी से तोड़ दिया। कार में सिनसिनी के रहने वाले मनुदेव और उसके 2 साथी थे। आरोप है कि ये तीनों गेट तोड़कर अंदर घुसे और मोती महल में रियासतकालीन झंडा लगाने की कोशिश की।
इसके बाद जैसे ही गार्ड गेट पर पहुंचे तभी मनुदेव अपने दोनों साथियों के साथ गाड़ी को छोड़कर मौके से फरार हो गया। इससे पहले झंडा विवाद को लेकर रविवार को पूरे शहर में नाकाबंदी करवाई गई थी। देर रात जैसे ही पुलिस हटी तभी मनुदेव ने अपने साथियों के साथ गेट तोड़कर रियासतकालीन झंडा लगाने की कोशिश की। रात 8.30 बजे तक तैनात थी पुलिस
एएसपी सतीश कुमार ने बताया कि रविवार को दिनभर मोती महल और शहर में पुलिस तैनात की गई थी। रात 8 बजकर 30 मिनट तक जवान रहे। समाज के कुछ लोगों ने मोती महल में दिन में रियासतकालीन झंडा लगाने की चेतावनी दी थी। देर शाम तक पुलिस जाब्ता तैनात रहा। गार्ड को देखकर भाग छूटे आरोपी
एएसपी ने बताया कि देर रात मनुदेव अपने 2 साथियों के साथ मोती महल के पिछले गेट पर गाड़ी से टक्कर मारी। गेट के टूटते ही गार्ड गेट पर आ गए। वह गार्ड को देखकर भाग गया। मनुदेव ने गेट को तोड़ा अंदर गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। अनिरुद्ध सिंह ने पुलिस को दी शिकायत
पूर्व राजपरिवार के सदस्य अनिरुद्ध सिंह मथुरा गेट थाने पहुंचे और मनुदेव के खिलाफ शिकायत दी। मनुदेव ने इस पूरी घटना का अपने सोशल मीडिया पेज पर लाइव भी किया था। दिनभर पुलिस बल तैनात रहा
मोती महल पर पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह और अनिरुद्ध सिंह की सहमति के बाद तिरंगा झंडा लगा दिया गया था। तिरंगा झंडा लगने के बाद भी जो समाज के लोग मोती महल पर रियासतकालीन झंडा लगाने का दावा कर रहे थे वह भी बैकफुट पर आ गए थे। इसके बाद पुलिस एक्टिव मोड में आ गई थी। समाज के लोग लगातार दावा कर रहे थे कि वह मोती महल पर रियासतकालीन झंडा लगाएंगे। जैसे ही पुलिस फोर्स मोती महल से हटा, तभी मनुदेव ने अपने 2 साथियों के साथ मोती महल में घुसकर झंडा लगाने की कोशिश की
इससे पहले शाम करीब 5 बजे समाज के कुछ लोग किशोरी महल स्थित महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर रियासतकालीन झंडा लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने हाथों में झंडा फहराया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। किशोरी महल पर हाथों में रियासतकालीन झंडा लेकर पहुंचे लोगों के मामले पर एसपी दिगंत आनंद ने कहा कि वह पब्लिक प्लेस है। यहां कोई भी आ-जा सकता है। हालांकि कुछ लोग पहुंचे थे। उनके हाथों में रियासतकालीन झंडा था। बॉर्डर इलाकों में रहेगी नाकाबंदी
एसपी दिगंत आनंद ने कहा कि पुलिस कोई लापरवाही बरतना नहीं चाहती। इसलिए शहर के अमेरिकन गेट, मेहंदी बाग, मोती महल के प्रवेश गेट, मोती महल के सदर गेट, मदरपुर रोड स्थित मोती महल के पिछला गेट आदि स्थानों पर फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा दो अरेस्ट पार्टी तैनात की गई है। कंजौली लाइन डीग रोड , मथुरा रोड रेलवे पुलिया से पहले, उच्चैन तिराहा, चिकसाना थाने के पास, ऊंचा नगला बॉर्डर, MSJ कॉलेज, द बाग होटल के पास, सारस चौराहे, मडरपुर चौराहे पर नाकाबंदी की गई है। सादा कपड़ों में पुलिसकर्मी नजर रख रहे हैं। हर आने-जाने वाले वाहन होंगे चेक
एसपी दिगंत आनंद ने रविवार देर रात यह ऑर्डर जारी किए। सुरक्षा की दृष्टि से 1 STF की कंपनी, 6 धौलपुर RAC की बटालियन, 3 प्लाटून कंपनी, 14 बटालियन पहाड़ी, धौलपुर, डीग, सवाईमाधोपुर, भरतपुर पुलिस के 200 जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा 1 IPS, 8 RPS, 10 इंस्पेक्टर, 10 सब इंस्पेक्टर को भी जिम्मेदारी दी गई है। भरतपुर में हर आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जाएगी। रियासतकालीन झंडा लगाने का दावा करने वाले लोग आए बैकफुट पर
जो लोग 19 सितंबर तक मोती महल पर झंडा लगाने और पंचायत का दावा कर रहे थे, वो बैकफुट पर आ गए हैं। संतोष फौजदार और दिनेश सिनसिनी के नेतृत्व में पंचायतों का आयोजन किया जा रहा था। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमें रियासतकालीन झंडा लगाने के लिए कोई भी रियासतकालीन बिल्डिंग नहीं मिल रही है। मोती महल के मालिक पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह हैं, इसलिए उनकी बिना अनुमति के हम मोती महल में प्रवेश नहीं कर सकते।
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